बिना सेटेलाइट के प्यार सेटल नहीं हो सकता love is not settled without satellite by kavi balram singh rajput
प्यार, प्रेम, मोहब्बत, इश्क या जूनून जो भी नाम दे. यह कभी किसी के घर का पता पूछ कर नहीं होता है कि पेट्रोल पंप की पास वाली गली में किसका मकान है, या फिर उसका घर कहा है. यह तो बस हो जाता है ... और कभी कभी तो यह ऐसा होता है कि क्या बताये..... अगर ना पूछो तो ही अच्छा है.
हां एक बात सही है कि प्यार सिर्फ अंधा ही नहीं होता है बल्कि अंधा होने के साथ यह बहरा, लूला, लंगड़ा आदि आदि सभी प्रकार का होता है. जब प्यार हो जाता है तो इंसान कभी कभी बहरा हो जाता है जिसे कुछ भी नहीं सुनाई देता है, तो कभी कभी इतना लंगड़ा कि वह चल भी नहीं सकता. किन्तु इंसान के प्यार को इंसान निभाए या ना निभाए इस काम में सेटेलाइट बहुत मदद कर रही है. दुनिया के आधे से ज्यादा प्यार सेटेलाइट पर टीके हुए है,
अब आप पूछोगे की हमारा प्यार तो हमारे घर वालो के ऊपर नहीं टिका हुआ है तो फिर सेटेलाइट पर कैसे टिका हुआ है. तो जनाब हम आपको बता दे कि यदि दुनिया में सेटेलाइट ना होते तो ना नेटवर्क होते और ना आपके हाथ में आपकी जेब से भी बड़ा मोबाइल.. और फिर यह तो भूल ही जाओ कि आप किसी से प्यार भी करते हो. क्योकि ना तो आप उससे कॉल पर बात कर पाते और ना ही आपका प्यार उमड़ उमड़ कर बाहर आता. फिर या तो आप उसका इंतजार करते रह जाते या फिर उसके घर के बार बार चक्कर लगाते पाए जाते.
इंतजार करने से आपको ना तो अपना प्यार हासिल होता और ना ही उसके घर के चक्कर लगाने से. उल्टा घर के चक्कर लगाने में आप आपके मुंह बोले ससुर जी की नजरों में आ जाते, जिससे वो ना तो अपनी बेटी का हाथ आपके हाथ में देते और ना ही आपकी बात बन पाती. इसलिए आपका प्यार सिर्फ आपके ऊपर नहीं बल्कि सेटेलाइट के ऊपर भी टिका हुआ है.
कभी कभी कैसे घबरा जाते हो कि यार कॉल क्यों नहीं लग रहा है...... कैसे लगेगा जब सेटेलाइट ही आपसे नाराज है तो????? जब सेटेलाइट आपके लिए इतना कुछ करता है तो आपकी भी जिम्मेदारी बनती है कि आप भी सेटेलाइट के लिए कुछ करो और जब भी अपने चाहने वाले को कॉल करो तो सेटेलाइट को भी Thanks बोलो क्योकि बिना सेटेलाइट के आपका प्यार सेटल नहीं हो सकता है. यानी कि love is not settled without satellite ... आपके प्यार में सेटेलाइट बहुत ही महत्वपूर्ण है नहीं तो ना तो प्यार का नेटवर्क आता और ना ही दिल की रिंगटोन बजती. बिना सेटेलाइट के आधे से ज्यादा प्रेमी और प्रेमिकाए या तो अपने यार की बारात में नाचते हुए देखे जाते या फिर उसकी शादी में सब्जी पूरी परोसते हुए मिल जाते.
कवि - बलराम सिंह राजपूत
हां एक बात सही है कि प्यार सिर्फ अंधा ही नहीं होता है बल्कि अंधा होने के साथ यह बहरा, लूला, लंगड़ा आदि आदि सभी प्रकार का होता है. जब प्यार हो जाता है तो इंसान कभी कभी बहरा हो जाता है जिसे कुछ भी नहीं सुनाई देता है, तो कभी कभी इतना लंगड़ा कि वह चल भी नहीं सकता. किन्तु इंसान के प्यार को इंसान निभाए या ना निभाए इस काम में सेटेलाइट बहुत मदद कर रही है. दुनिया के आधे से ज्यादा प्यार सेटेलाइट पर टीके हुए है,
अब आप पूछोगे की हमारा प्यार तो हमारे घर वालो के ऊपर नहीं टिका हुआ है तो फिर सेटेलाइट पर कैसे टिका हुआ है. तो जनाब हम आपको बता दे कि यदि दुनिया में सेटेलाइट ना होते तो ना नेटवर्क होते और ना आपके हाथ में आपकी जेब से भी बड़ा मोबाइल.. और फिर यह तो भूल ही जाओ कि आप किसी से प्यार भी करते हो. क्योकि ना तो आप उससे कॉल पर बात कर पाते और ना ही आपका प्यार उमड़ उमड़ कर बाहर आता. फिर या तो आप उसका इंतजार करते रह जाते या फिर उसके घर के बार बार चक्कर लगाते पाए जाते.
इंतजार करने से आपको ना तो अपना प्यार हासिल होता और ना ही उसके घर के चक्कर लगाने से. उल्टा घर के चक्कर लगाने में आप आपके मुंह बोले ससुर जी की नजरों में आ जाते, जिससे वो ना तो अपनी बेटी का हाथ आपके हाथ में देते और ना ही आपकी बात बन पाती. इसलिए आपका प्यार सिर्फ आपके ऊपर नहीं बल्कि सेटेलाइट के ऊपर भी टिका हुआ है.
कभी कभी कैसे घबरा जाते हो कि यार कॉल क्यों नहीं लग रहा है...... कैसे लगेगा जब सेटेलाइट ही आपसे नाराज है तो????? जब सेटेलाइट आपके लिए इतना कुछ करता है तो आपकी भी जिम्मेदारी बनती है कि आप भी सेटेलाइट के लिए कुछ करो और जब भी अपने चाहने वाले को कॉल करो तो सेटेलाइट को भी Thanks बोलो क्योकि बिना सेटेलाइट के आपका प्यार सेटल नहीं हो सकता है. यानी कि love is not settled without satellite ... आपके प्यार में सेटेलाइट बहुत ही महत्वपूर्ण है नहीं तो ना तो प्यार का नेटवर्क आता और ना ही दिल की रिंगटोन बजती. बिना सेटेलाइट के आधे से ज्यादा प्रेमी और प्रेमिकाए या तो अपने यार की बारात में नाचते हुए देखे जाते या फिर उसकी शादी में सब्जी पूरी परोसते हुए मिल जाते.
कवि - बलराम सिंह राजपूत
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