गम ना करना कभी, अगर वो दूर हो तुमसे

गम ना करना कभी, अगर वो दूर हो तुमसे।
बस प्यार से याद करना, जब नाराज हो तुमसे।
यक़ीनन रहते है वो, यादो में तुम्हारी।
कोशिश करना हर ख्याल उनका हो, अगर वो दूर हो तुमसे।
नींद न आये कभी, रात को जब तुम्हे।
ख्वाब में बसा लेना, अगर वो  दूर हो तुमसे।
चाहते हो फिर से, शरारत देखना उनकी।
किसी बच्चे को देखना, अगर वो दूर हो तुमसे।
गुस्सा और जोर उनका, शायद नही रहा ऊपर तुम्हारे।
बीते दिनों को याद करना, अगर वो दूर हो तुमसे।
छोड़ना तो चाहते नही थे, वो भी अकेले तुम्हे।
पर प्यार को तुम याद रखना, अगर वो दूर हो तुमसे।
आएंगे वो लौटकर, फिर से तुम्हारी दुनिया में।
तब तक हौसला बनाये रखना, अगर वो दूर हो तुमसे।

कवि - बलराम सिंह राजपूत कवि हू कवितायें सुनाता हू .


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