प्राण नहीं तो आपके प्यार का कोई मोल नहीं by kavi balram singh rajput
यक़ीनन हर इंसान अपनी जिंदगी में किसी ना किसी से प्यार करता है, और यह भी सच है कि प्यार या प्रेम दुनिया में करने के लिए बहुत लड़ना पड़ता है, रोना पड़ता है, दुःख झेलने पड़ते है और आखिर में थक हार कर उसके मन में यही विचार आता है कि जो भी किया शायद बहुत बड़ी भूल थी. जब सब कुछ खत्म होने की कगार पर होता है तो बस यही कहा जाता है कि तुम हमेशा मेरे दिल में जिन्दा रहोगे. में कुछ रिश्तो में बंधी हुई हू या बंधा हुआ हू जिन्हे चाहकर भी नहीं तोडा जा सकता है.
खेर यह सब छोड़िये...... मुद्दे की बात यह है कि अगर आप किसी के दिल में जिन्दा रहो या ना रहो. अपने दिल में किसी को जिन्दा रख सको या ना रख सको किन्तु तुम जिन्दा रहना....क्योकि बिना प्राण के शरीर का कोई मोल नहीं होता है. और आपके इस संसार से चले जाने पर किसी को कोई फर्क नहीं पड़ेगा. ना आपके चाहने वालो को ना आपको प्यार करने वालो को थोड़े दिन में सब भूल जायेगे. शायद आप उनके दिल में जिन्दा रहोगे किन्तु आप उन्हें मरकर भी अपने दिल में जिन्दा नहीं रख सकोगे. जब प्राण ही नहीं रहेगा तो ना शरीर रहेगा और ना दिल.....
आपका किसी से प्रेम करने का फैसला सही था या गलत, ये ना तो आप निर्धारित कर सकते है और ना हम. किन्तु बीते हुए अतीत को भूलकर एक नए जीवन की शुरुआत आपका बेहतर आज तो नहीं लोटा सकता किन्तु बेहतर कल जरूर लोटा सकता है. एक बार कोशिश कीजिये खुश रहने की.... शायद आपके खुश रहने से किसी को सुकून मिलता हो. वह आपकी ख़ुशी देखना चाहता हो.
आपके मन में बार बार यही विचार आता हो कि मेरी लाइफ पहले जैसी नहीं रही. सब कुछ बदल गया है. पता नहीं रहता कि मैं क्या हू, इस जिंदगी को बस किसी तरह से जी रहे है....तो आपको बता दे कि आप अपनी पहले जैसी लाइफ के बारे में सोचना बंद करो. अपनी इस लाइफ को पहले से बेहतर बनाओ. आपकी जीवन की गाड़ी कोई गलत रास्तें नहीं गयी है. जीवन सड़क की तरह है गड्ढे आएंगे तो क्या हम गड्ढों से घबरा जाये ???? आपको बिलकुल घबराने की जरूरत नहीं है यदि आपको लगता है कि आप सही हो आपने कोई पाप नहीं किया है तो..... और यदि आपको लग रहा है कि नहीं गलत किया है तो जिंदगी में ऐसी कोई सी भूल नहीं है जिसे सुधारा ना जा सके. हो सकता है कि थोड़ा समय लग जाये क्योकि जख्म होने में समय नहीं लगता है किन्तु भरने में समय लगता है. यह भी एक जख्म है बस समय समय ख़ुशी की दवाई लेते रहे. सारे जख्म भर जायेंगे.
खेर यह सब छोड़िये...... मुद्दे की बात यह है कि अगर आप किसी के दिल में जिन्दा रहो या ना रहो. अपने दिल में किसी को जिन्दा रख सको या ना रख सको किन्तु तुम जिन्दा रहना....क्योकि बिना प्राण के शरीर का कोई मोल नहीं होता है. और आपके इस संसार से चले जाने पर किसी को कोई फर्क नहीं पड़ेगा. ना आपके चाहने वालो को ना आपको प्यार करने वालो को थोड़े दिन में सब भूल जायेगे. शायद आप उनके दिल में जिन्दा रहोगे किन्तु आप उन्हें मरकर भी अपने दिल में जिन्दा नहीं रख सकोगे. जब प्राण ही नहीं रहेगा तो ना शरीर रहेगा और ना दिल.....
आपका किसी से प्रेम करने का फैसला सही था या गलत, ये ना तो आप निर्धारित कर सकते है और ना हम. किन्तु बीते हुए अतीत को भूलकर एक नए जीवन की शुरुआत आपका बेहतर आज तो नहीं लोटा सकता किन्तु बेहतर कल जरूर लोटा सकता है. एक बार कोशिश कीजिये खुश रहने की.... शायद आपके खुश रहने से किसी को सुकून मिलता हो. वह आपकी ख़ुशी देखना चाहता हो.
आपके मन में बार बार यही विचार आता हो कि मेरी लाइफ पहले जैसी नहीं रही. सब कुछ बदल गया है. पता नहीं रहता कि मैं क्या हू, इस जिंदगी को बस किसी तरह से जी रहे है....तो आपको बता दे कि आप अपनी पहले जैसी लाइफ के बारे में सोचना बंद करो. अपनी इस लाइफ को पहले से बेहतर बनाओ. आपकी जीवन की गाड़ी कोई गलत रास्तें नहीं गयी है. जीवन सड़क की तरह है गड्ढे आएंगे तो क्या हम गड्ढों से घबरा जाये ???? आपको बिलकुल घबराने की जरूरत नहीं है यदि आपको लगता है कि आप सही हो आपने कोई पाप नहीं किया है तो..... और यदि आपको लग रहा है कि नहीं गलत किया है तो जिंदगी में ऐसी कोई सी भूल नहीं है जिसे सुधारा ना जा सके. हो सकता है कि थोड़ा समय लग जाये क्योकि जख्म होने में समय नहीं लगता है किन्तु भरने में समय लगता है. यह भी एक जख्म है बस समय समय ख़ुशी की दवाई लेते रहे. सारे जख्म भर जायेंगे.
टिप्पणियाँ