तुम खुश रहो, हमे हमारे हाल पर रहने दो

इन आंसुओ को, इन आँखों में बहने दो।
तुम खुश रहो, हमे हमारे हाल पर रहने दो।
सहते है अगर कोई दर्द, तो सहने दो।
तुम खुश रहो, हमे हमारे हाल पर रहने दो।
दुनिया कुछ भी कहे, कहने दो।
तुम खुश रहो, हमे हमारे हाल पर रहने दो।
माना की दोष नहीं तुम्हारा, खता हमसे हुई।
बेगुनाह होकर भी, सजा तुमने सही।
पर अब मत इस परीक्षा में, खुद को जलने दो।
तुम खुश रहो, हमे हमारे हाल पर रहने दो।
ये दिल तुम्हारा है, इसे महीनों साल में रहने दो।
तुम खुश रहो, हमे हमारे हाल पर रहने दो।

कवि-बलराम सिंह
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